70+ Best DESH BHAKTI Poem In Hindi | जोश भर देने वाली देशभक्ति कविता

Desh bhakti Poem in hindi: हेलो दोस्तो आप को मेरा सादर नमस्कार देशभक्ति होना याद देश के प्रति प्रेम होना इंसान को महान बनाता है हर देश के निवासी को अपने देश के प्रति प्रेम की भावना होती है और दिलों में सम्मान भी होता है लेकिन हमारे भारत देश के लोगों के बीच प्रेम की भावना मानव जैसे रक्त के हर कण-कण में बसी है यह हमारे देश को बहुत महान बनाता है और हम सब भाग्यशाली हैं कि हम सबका भारत देश में जन्म हुआ है और हम सब को इस देश पर गर्व भी होना चाहिए क्योंकि आप जानते होंगे कि भारत की इस पवित्र भूमि पर कई देवताओं का जन्म भी हुआ है

अगर आपको भी भारत देश के प्रति प्रेम है तो hindinow.org आपके लिए इस लेख में लाए हैं Desh bhakti Poem in hindi, poem for desh bhakti in hindi, poem about desh bhakti in hindi, desh bhakti patriotic poem in hindi, heart touching desh bhakti poem in hindi देशभक्ति पोयम इन हिंदी इन्हें पढ़कर आपके शरीर में जोश और रोचकता आ जाएगी और आप इस लेख को instagramFacebook एंड सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं

Desh bhakti Poem in hindi

DESH Bhakti Peom In Hindi

New Desh bhakti Poem in hindi

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।
हम बुलबुलें हैं इसकी वह गुलिस्तां हमारा
गुर्बत में हों अगर हम रहता है दिल वतन में ।
समझो वहीं हमें भी दिल हो जहाँ हमारा
परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमां का ।
वो संतरी हमारा वो पासवां हमारा
गोदी में खेलती हैं, जिसकी हजारों नदियां ।
गुलशन है जिसके दम से रश्के जिनां हमारा
ऐ आबे रौदे गंगा वह दिन है याद तुझको ।
उतरा तेरै किनारे जब कारवां हमारा

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना ।
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा
यूनान, मिस्र, रोमा सब मिट गए जहां से ।
अब तक मगर है बाकी नामों निशां हमारा
कुछ बात है कि हस्ती मिटती मिटाये ।
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जमां हमारा
‘इकबाल’ कोई महरम अपना नहीं जहां में।
मालूम क्या किसी को दर्दे निहां हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा ।
हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलिस्तां हमारा

Deshbhakti Poem in hindi

hindi poem deshbhakti

यह उन दिनों की बात थी,
चुनौतियों से भरी हर रात थी,
जब वीर जवानों ने हमारे
यह संदेश भिजवाया था,
शहीद होकर अमर हो गए
और देश आजाद करवाया था।
हां, यह देश गुलजार है,
हवा में इसके प्यार है
छोटे बड़े सब अपने हैं,खुली आंखों में भी सपने हैं।
हर परिंदा आजाद है,
सभी भाषाओं का अनुवाद है,
हर बूंद में प्यास है,
हर रस्मे मिठास है।
रंगमंच है खुशियों का,
और भविष्य का भी अंजाम है
ज्यादा या थोड़ा ही सहीपर
हर दिल में मौजूद कलाम है।

DESH Bhakti Peom In Hindi (1)

जमीन को अपनी मां और
पिता को गगन कहते हैं
देश की खातिर
हर मुश्किल को सहते हैं
सीमाओं की सुरक्षा करके
हिफाजत की है हमारी
त्याग समर्पण साहस
उनके संस्कारों में बहते हैं
परिस्थितियां हो कैसी भी
कर्तव्य का पालन करते हैं
दुश्मनों को धूल चटाने
तान के सीना खड़े रहते हैं.

DESH Bhakti Peom In Hindi (2)

भारत देश हमारा है यह हमको जान से प्यारा है।
दुनिया में सबसे प्यारा यह आखो का तारा हमारा।
मोती है इसके कण कण में बूंद बूंद में सागर है।
प्रहरी बना हिमालय बैठा धरा सोने की घागर है।
भूमि ये वीर जवानो की है वीरो की बलिदानो की।
रत्नो के भंडार भरे है गाथा स्वामीण खानो की ।
सत्य अहिंसा शांति बाटना इसकी शान तिरंगा है।
कोटि कोटि भारत वालो को सुन्दर सा यह नंदन

bharat mata desh bhakti Peom in Hindi

DESH Bhakti Peom In Hindi (3)

jhansi ki rani desh bhakti peom in hindi

यूं तो एक चिंगारी मंगल पांडे ने सुनवाई थी
यह अलग बात है उन्होंने सफलता नहीं पाई थी
पर हां अन्याय के खिलाफ आवाज तो उठाई थी
झांसी की रानी भी रण क्षेत्र में उतर आई थी
माना दामोदर को इंसाफ नहीं दिला पाई थी
ना जाने कितने शहीदों ने जान अपनी गवाही थी.

DESH Bhakti Peom In Hindi (4)

किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मे अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।

Deshbhakti Poem in hindi

भारत मां की लाज ना बिकने देंगे
गद्दारों को अपने देश में ना रुकने देंगे
सर कटा देंगे देश की खातिर मगर
देश के तिरंगे को कभी ना झुकने देंगे

DESH Bhakti Peom In Hindi (5)

दिल में चाहे जितनी आरज हों
सब छोटी मेरी देश के आगे।
इस तिरंगे पर मेरी जान भी कुर्बान,
ये विश्व में है सदा सबसे आगे।

DESH Bhakti Peom In Hindi (6)

काश मेरी जिंदगी मे सरहद की कोइ शाम आए।
मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए ना खौफ है
मौत का ना आरजु है जन्नत की लेकीन जब कभी
जीक्र हो शहीदी का काश मेरा भी नाम आए ।

DESH Bhakti Peom In Hindi (7)

खुशनसीब है वो लोग जो वतन के काम आते हैं,
वतन पर मरकर भी ये लोग अमर हो जाते हैं.
सलाम करते हैं हम वतन पर मिटने वालों को,
उनकी वजह से ही हम चैन की सांस ले पाते हैं।

Deshbhakti Poem in hindi

तीन रंग का नही वस्त्र ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा यही है हिमालय यही हिन्द की जान है,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है।

Deshbhakti Poem in hindi
Latest Desh bhakti Poem in hindi

लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा

DESH Bhakti Peom In Hindi (8)

न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है की हम
सिर्फ हिन्दुस्तानी है

DESH Bhakti Peom In Hindi (9)

लड़े जंग वीरों की तरह,
जब खून खौल फौलाद हुआ ।
मरते दम तक डटे रहे वो,
तब ही तो देश आजाद हुआ |

DESH Bhakti Peom In Hindi (10)

देश प्रेमी हमेशा अपने देश के लिए
मरने की बात करते हैं.
पर कभी अपने देश के लिए
मारने की बात नहीं करते!

republic day Desh bhakti Poem in hindi

DESH Bhakti Peom In Hindi (11)

मैं हूँ हनुमान और.भारत देश मेरा राम है.
देख लो छाती चीर कर दिल में हिन्दुस्तान है

jai hind Desh bhakti Poem in hindi

DESH Bhakti Peom In Hindi (12)

सीने में जूनून और आँखों में
देशभक्ति की चमक रखता हूँ
दुश्मन की सांसे थम जायें,
आवाज में इतनी धमक रखता हूँ
जय हिन्द

DESH Bhakti Peom In Hindi (13)

रूठी थी किस्मत मेरी अब
मेहरबान हो गयी
भारतीय फौजी के नाम से
ही मेरी पहचान हो गयी

Deshbhakti Poem in hindi

desh ke veer Desh bhakti Poem in hindi

आओ देश का सम्मान करे,
शहीदो की शहादत याद करे,
जो कुर्वान हो गए मेरे देश पर,
उन्हें सर झुका कर सलाम करे
जय हिन्दुस्तान जय जवान

DESH Bhakti Peom In Hindi (14)

बस इतनी बात हवाओ को बताये रखना’
होगी रौशनी चिरागों को जलाये रखना’
लहूँ देकर खरीदी है ये आजादी हम ने
मेरे प्यारे तिरंगे को सीने से लगाये रखना।

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